First fol in the book missing; श्रियइति॥ वसस्वछन्दसा प्रथमसर्ग्ग:॥ (fol 1, digital image 001); अथ=क्रमेमुनिप(रि)^ज्ञा^(न)माह॥२॥ (fol 3, digital image 001); अथोपमानद्धाराद्वर्ण्णनमाह॥३॥ (fol 4, digital image 004); कीदृशं सुनिमवोधीतीत=द्विशषेमाह॥४॥ (fol 5, digital image 001); तुह...
शिशुपालवधमहाकाव्ये by नारदागमन, प्रथम सर्ग: Sanskrit, Devanagari; 48 Slokas out of the 75 of the first Sarga; with टीका, मल्लिनाथ, Start: श्री गणेशायनम:॥ ; इन्दीवर दलश्याममिन्दिशनन्दकन्दसम्॥ ; बन्दारुजनमन्दारं वन्देहं यदुनन्दनम्॥१॥ ;म=ल्लिनाथ कवि: सोयं महोपाध्याय शब्द भाक्॥ ; विधत्ते माघकाव्यस्य...